DMCA.com Protection Status

Memory Power बढ़ाने के 12 तरीके (How to increase memory power)

आज हम बात करने वाले हैं। मैमरी power बढ़ाने के ऐसे 12 तरीके जिनसे हम अपनी याददाश्त को तेज कर सकते हैं। सबकी जिंदगी में वक्त पर भूलने वाले पल आते रहते हैं। खासकर की जब जिंदगी बिजी हो जाती है। ऐसा होना बिल्कुल नॉर्मल है पर एक बेकार याददाश्त होना में चिड़चिड़ा बना सकता है।

जेनेटिक्स का याददाश्त कम होने में एक अहम रोल होता है खासकर अल्जाइमर जैसी बीमारी में। हालांकि रिसर्च से ये पता चला है कि बेकार डाइट का भी मेमोरी पर एक गहरा असर पड़ता है। ज्यादातर लोगों की मेमोरी में कभी कभी गिरावट आती है जैसे कि किसी नए इंसान का नाम भूल जाना या गाड़ी की चाबी खो देना। अक्सर इसका मतलब होता है कि वो इंसान बहुत ज्यादा बिजी है या पहले से कहीं घिरा हुआ है।

दूसरी तरफ लगातार बड़ी मेमरी का loss होना किसी के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। बहुत से चीझे मेमोरी पर असर डालते हैं जैसे कि जेनेटिक्स and मेडिकल कंडीशंस जिनसे दिमाग पर असर पड़ता है। कुछ ऐसे फैक्टर्स भी हैं जिन्हें मैनेज किया जा सकता है। जैसे कि डाइट और लाइफस्टाइल हर तरह के मेमोरी लॉस से बचा नहीं जा सकता है। पर लोग अपनी उम्र के साथ अपने दिमाग को बचाकर रखने के कदम उठा सकते हैं। नीचे हम कुछ टिप्स बताने वाले हैं जिनको फॉलो करके आप याददाश्त ठीक कर सकता है।

Read this-Mind या मन का मतलब क्या है। यह कैसे काम करता है(Mind meaning in hindi)

1)चीनी कम खाएं।

बहुत ज्यादा शुगर खाने से छोटी छोटी और बड़ी बीमारियां हो सकती हैं। रिसर्च से पता चला है कि शुगर बेस्ड डाइट से याददाश्त कमजोर हो सकती है। ये दिमाग के उस हिस्से पर असर पड़ सकता है जिसमें short-term मेमरी स्टोर होती है। 4000 से ज्यादा लोगों पर की गई स्टडी से यह पता चला है कि जो ज्यादा मीठा खाते हैं उनके पास ब्रेन वॉल्यूम कम होते हैं और याददाश्त भी कमजोर होती है। उन लोगों के मुकाबले जो कम मीठा खाते हैं कम मीठा खाने से आपकी याददाश्त के साथ साथ आपकी हेल्थ भी अच्छी होती है।

Join
Read More  Telephone का आविष्कार किसने किया,टेलीफोन के आविष्कार की रोचक कहानी (Telephone ka aavishkar kisne kiya)

(2)fish oil क़ो इस्तेमाल करे

ओमेगा थ्री फैटी ऐसिड और डीएचए बहुत ज्यादा होते हैं। ये फैट्स हेल्थ पर असर डालते हैं और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं और भी कम करते हैं। बहुत सी स्टडी से पता चला है कि फिश खाना और फिश ऑन सप्लीमेंट्स लेना मेमरी को बेहतर बनाता है खासकर कि बूढ़े लोगों में

(3)मेडीटेशन के लिए समय निकालें।

मेडिटेशन से आपकी हेल्थ पर बहुत से पॉजिटिव असर पड़ते हैं। ये बहुत रिलैक्सिंग होता और स्ट्रेस को कम करता है। ब्लड प्रेशर को भी कम करता और मेमोरी को बेहतर बनाता है। मेडिटेशन से दिमाग का ग्रे मैटर बढ़ता है ग्रे मैटर एक पदार्थ होती है। आपकी उम्र बढ़ने के साथ ग्रे मैटर कम होता है जिसका आपकी याददाश्त पर नेगेटिव असर पड़ता है। मेडिटेशन और रिलैक्सेशन तकनीक से मेमरी बेहतर होती है।

Read this-Subconscious mind या अवचेतन मन क्या है, परिभाषा,शक्ति (conscious and subconscious mind in Hindi)

(4) वजन कम बनाए रखें।

एक हेल्दी बॉडी वेट को मेनटेन करना बहुत जरूरी है। इससे दिमाग को शरीर अच्छी कंडीशन में रखता है। मोटापा आपकी मेमरी पर भी असर डाल सकता है। इससे अल्जाइमर का खतरा बढ़ जाता है। ये एक ऐसी प्रोग्रेसिव डिजीज है जो मेमरी और कम्यूनिटी फंक्शन को खराब कर देती है। सही बॉडी मास इंडेक्स बनाए रखने से मोटापे और मेमरी लॉस से बचा जा सकता है।

(5) जरूरी नींद ले

पूरी नींद ना लेने से मेमरी कमजोर होती है। नींद का मेमोरी loss मे एक अहम रूल है। वो प्रोसेस या शॉर्ट टर्म मेमरी मजबूत होती है और लॉन्ग लास्टिंग मेमरी में ट्रांसफर होती है। रिसर्च से पता चला है कि अगर आप सही नींद नहीं लेते हैं तो आपकी याददाश्त पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। Example -10 से 24 साल के 40 बच्चों की स्टडी की गई। एज ग्रुप को मेमरी टेस्ट के लिए शाम में ट्रेंड किया गया और फिर अगली सुबह रात की नींद के बाद टेस्ट किया गया तो दूसरे ग्रुप टेस्ट बिना नींद के एक ही दिन में किया गया जो ग्रुप से पहली रात को सोया था। उसने बेहतर परफॉर्म किया।

Read More  सुबह खाली पेट पपीता खाने के फायदे क्या हैं(What are the benefits of eating papaya in the morning on an empty stomach)

एक अन्य स्टडी से पाया गया है कि जो नौसेना nightship में काम करती है वो ज्यादा मैथमेटिकल mistake करती है और मनुष्य की नसों से कम्पैरिजन में उनमें से पर सुनने में कम स्कोर किया। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक सही हेल्थ mind के लिए हर रात 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए।

(6)माइंड fulness प्रैक्टिस करें।

एक एक mental state है। इसमें आप अपने आसपास की चीजों और भावनाओं को control करते हुए प्रेजेंट सिचुएशन पर ध्यान देते हैं। mindfulness मेडिटेशन में यूज होता है पर ये दोनों सेम नहीं हैं। मेडिटेशन एक फॉर्मल प्रैक्टिस है जबकि एक मेंटल हैबिट। इसे आप हर हालातों में कर सकते हैं। स्टडीज बताती हैं कि स्ट्रेस कम करती हैं। कंसंट्रेशन और मेमरी बढ़ाती हैं।

Read this-Aura का हिन्दी मतलब, परिभाषा (Aura meaning in hindi)

(7)एल्कोहल को पीना कम करें

अल्कोहल पीना आपकी सेहत के लिए बहुत तरीकों से नुकसानदायक हो सकता है। इससे आपकी याददाश्त में भी कमी आती है। शराब दिमाग पर टॉक्सिक इफेक्ट डालती है और लगातार अल्कोहल पीते रहने से हिप्पोकैम्पस को नुकसान पहुंचता है। आपके दिमाग का वो हिस्सा है जो याददाश्त के अहम रोल निभाता है। ज्यादा शराब से बचना अपनी याददाश्त को बचाने का अच्छा तरीका है।

(8) दिमाग की ट्रेनिंग करे।

ब्रेन गेम्स खेलकर अपनी कॉग्निटिव स्किल को बढ़ाना मेमरी को बूस्ट करने का अच्छा तरीका है जैसे क्रॉस वर्ड रिकॉल गेम्स बैटरी और मेमोरी ट्रेनिंग की मोबाइल एप्स 4000 ज्यादा लोगों की स्टडी में लोगों ने बताया कि जब उन्होंने हफ्ते में पांच बार 15 मिनट की ट्रेनिंग की तो उनके शॉट मेमरी व मेमरी कंसंट्रेशन और प्रॉब्लम सॉल्विंग बेहतर हो हो गई। ऐसे गेम जो आपके दिमाग को चैलेंज करते हैं वो आपके दिमाग की ताकत बढ़ाने में और डिमेंशिया के खतरे को भी कम करने में मदद कर सकते हैं।

Read More  DRDO का full form क्या है। DRDO क्या है, DRDO के बारे मे जानकारी(About DRDO full form)

(9)रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स को कम करें।

ज्यादा रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे केक्स सीरियल्स कुकीज फ्राइड राइस और वाइट फैट आपकी मेमरी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन्हें आपका शरीर जल्दी पचा लेता है। इससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है।

(10)अपने विटामिन डी के लेवल को चेक करें।

विटामिन एक बहुत जरूरी न्यूट्रिएंट है। इसकी कमी बहुत जल्दी बीमारी का कारण बनती है। इसके कम होने से डिमेंशिया होने का खतरा बढ़ जाता है। विटामिन डी की कमी ठंडी जगहों पर या डार्क स्किन वाले लोगों में बहुत आम है। आपको विटामिन डी की जरूरत है या नहीं ये पता करने के लिए ब्लड टेस्ट करवाएं और उसके बाद डॉक्टर को दिखाएं।

Read this-Blogger कैसे बने? Blog क्या है, blogger से जुडी सम्पूर्ण जानकारी(About blogger in Hindi)

(11) ज्यादा एक्सरसाइज करें।

फिजिकल एक्सरसाइज का दिमागी हेल्थ पर सीधा असर पड़ता है। हल्के वजन वाले लोगों का मेमरी फंक्शन बेहतर होता है। एरोबिक एक्सरसाइज से इंसान की हार्टबीट बढ़ जाती है और उसमें ये सब एक्टिविटी जाती हैं। ब्रिस्क वॉकिंग रनिंग हाइकिंग स्विमिंग डांसिंग एक्सरसाइज से न्यूरॉन्स की ग्रोथ होती है कम वक्त की थोड़ी सी एक्सरसाइज की परफॉर्मेंस और मेमोरी को अच्छा करता है।

(12)अपनी डाइट में कोकोआ को ऐड करें।

कोकोआ sweet के साथ न्यूट्रिशंस भी है। कोकोआ दिमाग के लिए फायदेमंद है। चॉकलेट का सबसे ज्यादा फायदा लेने के लिए डार्क चॉकलेट खाये जिसमें 70 परसेंट से ज्यादा कोकोआ होता है

(13)लिक्विड चीजें लेना।

सही हाइड्रेशन वाली चीजों लेना बहुत जरूरी है साथ साथ ब्रेन फंक्शन के लिए भी डीहाइड्रेशन कमी से हेडेक कन्फ्यूजन या शूगर होता है। आपको एक दिन मे बहुत सारा पानी पीना चाहिए। लगभग तीन से चार लीटर

यह article “Memory Power बढ़ाने के 12 तरीके (How to increase memory power)“पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।

DMCA.com Protection Status