Resonance का मतलब होता है अनुनाद, मतलब एक ऐसी स्थिति जिसमें एक particle के कंपन करने से पास वाले particle भी उसी frequency पर कंपन करने लगे। तब इसे अनुनाद कहा जाता है।(Resonance in Hindi)
Resonance परिभाषा क्या है-What is Resonance in Hindi
जब किसी कंपन करने वाली वस्तु पर बाहरी बल लगाया जाता है। तब वह और तेजी से कंपन करने लगती है। अब यदि बाहरी बल की आवृत्ति वस्तु के संभावित आवृत्ति के बराबर हो, तो ऐसी स्थिति में दोनों के amplitude बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसी अवस्था को resonance कहते है।
दैनिक जीवन मे Resonance के उदाहरण
Resonance के दैनिक जीवन में अनेक उदाहरण देखने को मिलते हैं। जैसे जब कोई सेना किसी पुल को पार करती है, तो सैनिकों को कदम से कदम न मिलाकर चलने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ऐसा करने से सैनिकों के कदमों की आवृत्ति, पुल की अपनी स्वाभाविक कम्पन आवृत्ति के बराबर हो जाती है,
जिससे Resonance के कारण पुल में बड़े-बड़े आयाम के कम्पन उत्पन्न हो जाते हैं व पुल टूटने का खतरा हो जाता है।
यदि किसी कमरे के अन्दर कोई गायक ऐसा स्वर उत्पन्न करे, जिसकी आवृत्ति कमरे में लगी काँच की खिड़कियों के आवृत्ति के बराबर हो जाये तो Resonance के कारण काँच में आयाम के कम्पन उत्पन्न होगें व काँच टुकड़े-टुकड़े हो जायेगा।
इतिहास में कहा भी जाता है कि जब तानसेन गाता था तो काँच टुकड़े-टुकड़े हो जाते थे। बस के चलते समय उसके पहिये सन्तुलित अवस्था में नहीं होते जिससे उस पर एक निश्चित आवृत्ति का बल कार्य करता है।
जब इस बाह्य बल की आवृत्ति बस की स्वाभाविक आवृत्ति के बराबर हो जाती है तो Resonance के कारण बस में खड़खड़ाहट उत्पन्न होने लगती है। घरों में हम रेडियो से विभिन्न स्टेशनों से प्रसारित होनेवाले कार्यक्रमों को सुनते हैं।
यह भी Resonance के कारण ही सम्भव होता है। विभिन्न प्रसारण station से विभिन्न आवृत्तियों की तरंगें प्रसारित की जाती हैं। हमारे रेडियो में एक संघारित्र -प्रेरकत्व परिपथ (L-C Circuit) होता है, जिसमें विद्युत कम्पन उत्पन्न होते हैं।
इन दोलनों की आवृत्ति Circuit में जुड़े संघरित्र की धारिता (Capacity) से निर्धारित होती है। जब रेडियो की dialer (knob) घुमाते हैं तो संघारित्र की धारिता बदलती है, जिससे L-C Circuit की आवृत्ति भी लगातार बदलती जाती है। जब Circuit की आवृत्ति किसी स्टेशन द्वारा प्रसारित तरंगों की आवृत्ति के बराबर हो जाती है तो Circuit बाह्य तरंगों के प्रभाव से Resonance हो जाता है।
दूसरे शब्दों में Circuit उन तरंगों को ग्रहण कर लेता है तथा हम उस स्टेशन का कार्यक्रम सुन सकते हैं। इसे electric-Resonance कहते हैं। जब हम नल के नीचे बाल्टी भरने के लिये रखते हैं तो जैसे-जैसे बाल्टी भरती जाती है, वैसे-वैसे हमें विशेष प्रकार की ध्वनि सुनाई देती है। यह ध्वनि भी Resonance के कारण उत्पन्न होती है।
यह article “Resonance का मतलब क्या होता है, परिभाषा, उपयोग (Resonance in Hindi)” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।