दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे Omega 3 को अपने खाने में शामिल करने से पहले हमें कब कैसे और कितनी मात्रा में सेवन करना है इस बारे में भी जानकारी होना बहुत जरूरी होता है। खासकर Omega 3 बढ़े हुए पिम्पल्स जोड़ों का दर्द और दिमागी कमजोरी को दूर करने के साथ साथ शरीर में बढ़े हुए इनसाइट डिप्रेशन और आंखों की अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है और यहां तक कि यौवन को मेनटेन रखने में भी बहुत मदद करता है लेकिन अफसोस की बात ये है कि आजकल खाने पीने की सही जानकारी न होने की वजह से हममें से अक्सर लोगों के शरीर में Omega 3 की कमी पाई जाती है।
ज्यादातर लोगों को ये पता ही नहीं होता कि Omega 3 होता क्या है और इसकी कमी को किस तरह से पूरा किया जा सकता है। इसलिए आज ही इस आर्टिकल में हमलों में omega 3 के बारे में 6 बातें जानेंगे। Omega 3 होता क्या है और ये हमारे शरीर के लिए इतना ज़रूरी हैं Omega 3 की कमी को किस किस खाने की चीजों के जरिए पूरा किया जा सकता है और इसका कब और किस तरह से इस्तेमाल करना चाहिए।
Vegetarian and Non vegetarian खाना में से किस खाने में सबसे अच्छा Omega 3 पाया जाता है। एक दिन में हमें कम से कम और ज्यादा से ज्यादा कितना Omega 3 लेना चाहिए। क्या ज्यादा Omega 3 लेने से कोई नुकसान भी हो सकता है।
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Omega 3 क्या है। ये हमारे शरीर के लिए इतना ज़रुरी क्यों हैं।
हम जो भी खाते हैं उसमें तीन तरह के मैक्रो न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। प्रोटीन फैट और कार्बोहाइड्रेट लेकिन इनमें भी जो फैट होता है वो भी तीन तरह के होते हैं सैचुरेटेड फैट पॉली, अनसैचुरेटेड फैट और मोनो अनसैचुरेटेड फैट और इनमें जो ये पॉली अनसैचुरेटेड फैट होता है यही शरीर में टूटने के बाद Omega 3 और Omega 6 में बदल जाता है।
वैसे तो Omega 6 और मूंगफली ये दोनों ही हमारे शरीर और दिमाग को ठीक तरह से काम करने के लिए बहुत जरूरी होता है लेकिन शरीर में ये दोनों का ही बराबर मात्रा में होना बहुत जरूरी होता है। जैसे कि अगर शरीर में एक Omega 6 हो तो उसके बदले एक Omega 3 भी होना चाहिए नहीं तो 4 Omega 6 के बदले कम से कम एक Omega 3 तो शरीर में होना ही चाहिए।
लेकिन समस्या ये है कि आज हमारा खानपान गलत होने की वजह से शरीर में Omega 6 की मात्रा बहुत सादा बढ़ जाती है और लगभग 15 Omega 6 के बदले एक Omega 3 भी मुश्किल से ही शरीर में मेंटेन हो पाता है। बड़े का गोश्त चिकन दूध मक्खन पनीर अंडा तेल और सोया प्रोडक्ट में Omega 6 की सादा मात्रा होती है जबकि अखरोट अलसी के बीज सीड और कुछ खास तरह की मछलियों में Omega 3 की सदा मात्रा होती तो इसे देख कर तो आप खुद भी समझ सकते हैं।
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आपको इनमें से कौन सी चीजों का सदा सेवन करते हैं तो हम और आप में से ज्यादातर लोग ऐसी चीजों का ज्यादा सेवन करते हैं जिसमें Omega 6 की मात्रा सदा पाई जाती है और जिसकी वजह से समय के साथ साथ जैसे जैसे Omega 6 की मात्रा शरीर में बढ़ती है तो ये हमारे शरीर में और गर्मी पैदा करने लगता है और तब इसे जोड़ों में दर्द चेहरे पर एक्ने पिंपल्स और ड्राय स्किन जैसी प्रॉब्लम शुरू होने लगती है। इसलिए जरूरी है कि Omega 3 वाली चीजों को भी अपने खाने में शामिल किया जाए क्योंकि Omega 3 में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं जो कि Omega 6 और दूसरी वजह से बढ़े हुए इन्फ्लेशन हीट और गर्मी को शरीर से कम करने में बहुत मदद करता है।
Omega 3 की कमी को किन किन खाने की चीजों के जरिए पूरा किया जा सकता है
दोस्तो के लिए Omega 3 तीन तरह का होता है ये और डीएचए एले टाइप का Omega 3 वेजिटेरियन फूड में पाए जाते हैं जैसे अखरोट फ्लैक्स हीरजी अशीष और सब्सिडी जैसी चीजें। जबकि ए और डीएचए का Omega 3 नॉन वेजिटेरियन फूड में पाया जाता है। जैसे कि टूना और जैसी मछलियों में सबसे ज्यादा Omega 3 की मात्रा होती है। लेकिन सवाल ये उठता है कि कैसे इन चीजों को अपने खाने में शामिल किया जाए। अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो आप हफ्ते में दो से तीन बार रोस्टेड या फिर ग्रिल्ड फिश का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन जो लोग वेजिटेरियन हैं उन्हें फ्लैक्स शीट को रोस्ट करके पाउडर बनाकर एक से दो छोटा चम्मच किसी भी खाने के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है या chia seed और sabja seed में से किसी एक को पानी में भिगोकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें और उसके बाद इसे डार्क इस्तेमाल किया जा सकता है।
अगर आप खाने की चीजों के जरिए Omega 3 नहीं ले पाते हैं तो Omega 3 के सप्लीमेंट भी इस्तेमाल किया जा सकता है जो कि Fish oil के नाम से मार्केट में या फिर आप भी आसानी से खरीदा जा सकता है। हालांकि फिश oil सप्लिमेंट को इस्तेमाल करने से पहले बहुत सारी बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है जैसे कि fish oil कब कैसे और कितना इस्तेमाल करना चाहिए और सबसे जरूरी किस कंपनी का Fish oil सबसे सादा बेहतर होता है क्योंकि Fish oil बनाने वाली जितनी कंपनी होती है वो अपने प्रोडक्ट को वर्ल्ड बेस्ट Fish oil सप्लीमेंट का खिताब दे बैठे।
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शाकाहारी और मांसाहारी में से किस खाने में ज्यादा बेहतर Omega 3 पाया जाता है।
मछली और मछली के तेल में पाया जाने वाला Omega 3 और डीएचए टाइप का होता है जो कि शरीर में जाने के बाद हमारी बॉडी इसे दिल दिमाग स्किन बाल और आखों की अच्छी सेहत के लिए डायरेक्ट यूज करती हैं जबकि प्लांट बेस्ड यानी वेजिटेरियन फूड में ये इलेक्ट्रिकल Omega 3 होता है जो कि हमारे शरीर में जाने के बाद हमारी बॉडी उसे डाइरेक्ट यूज नहीं कर पाती बल्कि पहले उसे और डीएचए में कन्वर्ट करती है और उसके बाद ही वो हमारे शरीर में काम में आता है लेकिन यहां समस्या ये है कि इस प्रोसेस में 8 से 10 प्रतिशत एल 1 Omega 3 ही और डीएचए में कन्वर्ट हो पाता है और बाकी का एनर्जी के रूप में इस्तेमाल में लाया जाता है।
इसलिए अगर इसी सब से देखा जाए तो मछली में पाया जाने वाला। ज्यादा बेहतर होता है। अब बात आती है कि
एक दिन में कितना Omega 3 लेना चाहिए
दोस्तो डेली कितना मूंगफली लेना चाहिए वो किसी भी व्यक्ति के फिजिकल एक्टिविटीज पर डिपेंड करता है लेकिन एक सामान्य व्यक्ति को और डीएचए दोनों मिलाकर एक दिन में कम से कम 700 से 800 एमजी ओमेगा लेना बहुत जरूरी होता है। अगर आप बहुत ज्यादा हार्डवर्क की एक्सरसाइज करते हैं तो एक हजार Amg तक Omega 3 की मात्रा बढ़ाई जा सकती है जिसमें लगभग 500 से 600 आईपीएस और 300 से 400 डीएचए की मात्रा होनी चाहिए। लेकिन एक बात का ख्याल रखें कि आपको सिर्फ सप्लीमेंट का इस्तेमाल करते वक्त ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप खाने की चीजों के जरिये Omega 3 की कमी को पूरा करते हैं तो उसमें आपको टेंशन लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।
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क्या Omega 3 के ज्यादा इस्तेमाल से कोई नुकसान भी हो सकता है।
दोस्तो वैसे तो खाने की चीजों के जरिए लिया गया Omega 3 का अक्सर हमारे शरीर में ओवरडोज नहीं होता लेकिन जब सप्लिमेंट की बात आती है तो सादा Omega 3 के इस्तेमाल से नुकसान भी पहुंच सकता है। यूरोपियन फूड सेफ्टी अथॉरिटी के हिसाब से 5 हजार एमजी तक Omega 3 कंज्यूम किया जा सकता है। लेकिन मैं यहां यही कहना चाहूंगा कि लोगों को और डीएचए मिलाकर एक हजार एमजी से ज्यादा Omega 3 इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ती।
अगर आप 1000 एमजी से अतिरिक्त इस्तमाल करना चाहते हैं तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें क्योंकि शरीर में Omega 3 की मात्रा ज्यादा होने की वजह से लोग ब्लड प्रेशर सांस लेने में दिक्कत और कहीं कट यानी यह चोट आने पर खून जल्दी न रुकने जैसी समस्या शुरू हो सकते हैं लेकिन ख्याल रखें कि ऐसा सिर्फ तब होता है जब कोई व्यक्ति जरूरत से बहुत सादा मात्रा में Omega 3 का सेवन करता है और साथ ही साथ एक बात का और लगेंगे जिन लोगों को पहले से ही लोग ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम है उन्हें डॉक्टर की सलाह लेकर ही Omega 3 सप्लीमेंट का सेवन करना चाहिए।
हमने क्या सीखा
दोस्तों इस आर्टिकल मे हमने जाना Omega 3 क्या है। Omega 3 के फायदे क्या है। Omega 3 से जुड़े हमें जितनी भी जानकारी प्राप्त हुई। उसे हमने आपके सामने प्रस्तुत किया है। अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई डाउट है। तो आप बेफिक्र होकर हमें कमेंट या ईमेल कर सकते हैं।
यह article “Omega 3 के जबरदस्त फायदे और नुकसान,(About Omega 3 benefit, supplement )“पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।