कलर ब्लाइंडनेस-Colour blindness amazing facts on hindi
ऐसा माना जाता है कि परमाणु सिद्धांत के जनक जॉन डाल्टन ने आज से करीब 200 साल पहले इस रोग का वर्णन सबसे पहले किया था क्योंकि उन्हें यह रोग था।
फल सब्जियों के बीजों का अंतरिक्ष में एक्सपेरिमेंट-Vegetables amazing facts in hindi
जापान के 14 अलग-अलग स्थानों से चेहरे की गुठली इकट्ठा कर जापानी अंतरिक्ष यात्री कोच्चि वकाटा इन्हें अपने साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले गए थे। 8 महीने बाद यह बीज वापस पृथ्वी(amazing facts in hindi) पर लौटें। और इन्हें इनके मूल स्थानों पर बोया गया।
इस बीच से चेरी का ऐसा पेड़ ऊगा। जिस पर 4 साल के अंदर ही फूल आ जाते हैं। जबकि इस पेड़ पर सामान्यता 10 वर्ष बाद फूल आते हैं। और हां इस 13 फुट ऊंचे इस वृक्ष के फूलों में पंखुड़ियों की संख्या 5 है जबकि इस वृक्ष के सामान्य पुष्प में 30 पंखुड़िया होती है। वैज्ञानिक(amazing facts in hindi )इस बदलाव की पूरी जांच पड़ताल की पूरी जांच पड़ताल कर रहे हैं।
कैंसर एक अनुवांशिक रोग-Cancer amazing facts in hindi
केवल 5% कैंसर जेनेटिक कारणों से होते हैं जिन में स्तन कैंसर कुछ रक्त कैंसर बड़ी आंत का कैंसर बगैरह शामिल है। कैंसर होने की कोई उम्र फिक्स नहीं है यह 5 वर्ष की उम्र में भी हो सकता है।
1969 में चंद्रमा पर नील आर्मस्ट्रांग द्वारा लगाए गए झंडे की कीमत-Amazing facts about science in hindi
झंडे को चंद्रमा तक ले जाने में कितना खर्च आया था इसकी कोई गणना उपलब्ध नहीं है मगर बज एल्ड्रिन की पुस्तक”What the moon was like ” मे लिखा है कि इस झंडे को 5.50 अमेरिकी डॉलर में खरीदा गया था। पूरा झंडा नायलॉन का बना था।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया बहुत ही मुश्किल से उन्हेंने इस झंडे को कुछ इंच ही गाड़ पाए थे। क्योंकि वहां की निचली चटाने बहुत सॉलिड थी। अब कल्पना कीजिए कि 18 किलो चट्टानों को तोड़कर लाने में चंद्रयात्रियों (amazing facts in Hindi about nature)को कितनी ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी होगी।
हमारे ब्रह्मांड की सबसे छोटी निहारिका-Nebula amazing facts in hindi
अब तक खोजी गई आकाशगंगा में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक बेथ विलमन द्वारा खोजी गई नई निहारिका सबसे छोटी है जिसे उनके नाम पर विलमन-1 रखा गया है। यह अंडाकार है और 10 बिलियन वर्ष पुरानी है साथी हमारी आकाशगंगा से 120000 प्रकाश वर्ष दूर है।
कॉस्मिक वर्ष-Cosmic years facts in hindi
हमारी पृथ्वी समेत सारे सौरमंडल को हमारी आकाशगंगा का एक चक्कर पूरा लगाने में जो समय लगता है उसे कॉस्मिक वर्ष कहा जाता है।।
पृथ्वी से बाहर करमन लाइन-Karman Line amazing facts in hindi
जब तक स्पुतनिक आकाश में नहीं गया था तो दुनिया Aeronautical तथा astronautical शब्दों में भेद नहीं करती थी फिर अंतरिक्ष का युग शुरू हुआ तो महान इंजीनियर थियोडोर वन करमन ने गणनाओ के माध्यम से कहां की पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर तक Aeronautic का भाग है इसके बाद आगे astronautics क्षेत्र मनना चाहिए। क्योंकि पृथ्वी का 99.9% भाग 100 किलोमीटर के अंदर आ जाता है। इसके आगे हवा नाममात्र ही मिलती है। जिसमें किसी भी विमान का उड़ना मुश्किल है और इसे स्पेस ही माना जा सकता है।
श्रीलंका फ्रोगमाउथ एक अद्भुत चिड़िया-Amazing birds facts in hindi
यह विश्व की सबसे अद्भुत चिड़ियाओ में इसलिए शामिल है। क्योंकि इस चिड़िया का मुंह मैडम के समान है इस चिड़िया को आप दक्षिण भारत में देख सकते हो। मिट्टी के जैसे इसका कलर होने के कारण यह अपने आप को छुपाने में माहिर होती है।
क्या उल्लू वाकई अशुभ और मूर्ख होते हैं।Owls amazing facts in hindi
अनेक देशों में अनेक लोग आज भी उल्लू को अशुभ मानते हैं इतना ही नहीं उसे मूर्ख को बेवकूफ Bird भी कहा जाता है। परंतु विज्ञान इसके बारे में क्या कहता है- सामान्य बुद्धि वाला एक अनोखी (amazing facts in hindi) बर्ड है जो 270 डिग्री तक गर्दन घुमा सकता है अंधेरे में बढ़िया से देख सकता है। और इसके पंख की बनावत इतनी खास है कि जरा सा भी शोर नहीं करती।
क्या हमारा सूरज ब्लैक होल बन जाएगा-Amazing facts about sun in hindi
ब्लैक होल शब्द प्रिंसटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जॉन व्हीहलर ने 60 के दशक में रचा था। परंतु आज अधिकतर वैज्ञानिक इसकी अस्तित्व में विश्वास रखते हैं ऐसा माना जाता है कि हमारे आकाशगंगा में ही अनेकों black holes है। और हमारे आकाशगंगा(amazing facts in hindi ) के केंद्र में भी एक विशाल ब्लैक होल है।
अब जहां तक हमारे सूर्य का ब्लैक होल में बदल जाने का सवाल है तो चंद्रशेखर लिमिट सिद्धांत के अनुसार- ऐसा नहीं हो पाएगा क्योंकि हमारा सूर्य बहुत छोटा है जबकि ज्यादा वजन वाले और बड़े सूरज ही ब्लैक होल बन पाते हैं। हां कुछ बिलियन वर्ष बाद हमारा सूरज white dwarf जरूर बन जाएगा। don’t worry तब तक हम कहीं और शिफ्ट हो जाएंगे।
वंडर पशु किसे कहते हैं-Amazing facts about sun in hindi
कंगारू को वंडर पशु कहा जाता है मादा कंगारू साल भर मां बनने की स्थिति में रहती है परंतु वह अपनी प्रेगनेंसी प्लान करके ही शिशु उत्पन्न करती है पेट के अंदर पल बढ़ रहा है नन्हे जो की विकास यात्रा को वह पेट में ही तेज या धीमा कर सकती है ऐसा किसी अन्य जानवर में होता हुआ नहीं सुना गया।
कंगारू की एक और विशेषता यह भी है इसका बच्चा पैदा होते समय मात्र 1 इंच और 1 ग्राम वजन का होता है और पैदा होते ही मां के एक थन से चिपक जाता है। और 2 महीनों तक चिपका ही रहता है। वाकई दिमाग हिला देने वाला पशु है।
अतिजीवी क्या होते हैं-Microorganisms amazing facts in hindi
सन 1980 में कई वैज्ञानिकों ने ऐसे जीवो व जीवाणुओ की खोज की है जोकि अत्यंत कठिन और विषम परिस्थितियों में भी सामान्य जीवन बिता सकते हैं। प्रशांत महासागर में मरियाना ट्रेंच सागरतल के 11 किलोमीटर नीचे कई मछलियां और सूक्ष्म जीवाणुओ को 1000 गुना वातावरण दाब के नीचे स्वच्छ जीवन जीते पाया गया।
इसी प्रकार अमेरिका में कैलिफोर्निया प्रांत की मोनो झील में एक ऐसा बैक्टीरिया खोजा गया जिसके डीएनए में फास्फोरस की जगह जहरीला आर्सेनिक तत्व पाया गया है इस विचित्र बैक्टीरिया को वैज्ञानिक एलियन बोल रहे हैं।
ऐसे विचित्र सूक्ष्मजीव को अतिजीवी कहा जाता है।
रसायनिक हथियार-facts about chemical weapons in hindi
सन 1915 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी ने सबसे पहले रसायनिक हथियार इस्तेमाल किया। इन हथियारों का आविष्कारक Fritz haber था। जिसने हवा की नाइट्रोजन से अमोनिया बनाने की विधि खोजी थी। यह इतनी क्रांतिकारी थी की सन 1918 का रासायनिक का नोबेल पुरस्कार इन्हें दिया गया।
क्योंकि इस अमोनिया से कई रासायनिक उर्वरक बनाए जा सके और कृषि उत्पाद बढ़ाकर दुनिया की बढ़ती जनसंख्या को भूख से मरने से बचाया जा सका। इस विधि ने दुनिया के 200 करोड़ से ज्यादा लोगों की जान बचाई। इस विधि द्वारा बनी अमोनिया ने कई विस्फोट पदार्थों को भी जन्म दिया।
1915 में हेबर के मार्गदर्शन से पहले क्लोरीन का इस्तेमाल दुश्मन राष्ट्रो पर हुआ था जिससे हजारों लोग तुरंत मर गए इसके बाद फिर सभी देशों ने रासायनिक हथियार बनाकर इस्तेमाल किए जिनके नतीजों में 300000 लोगों ने जान गवाई। इन हथियारों को विरोध में है हेबर की पत्नी ने आत्महत्या कर ली। अनेक लोगों का मानना था है हेबर की वजह से लाखों लोगों ने अपनी जान गवाई। इसलिए उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिलना चाहिए था । आज 100 साल बीत चुके हैं और रासायनिक हथियारों (amazing facts in hindi)पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है
क्या हो अगर गामा विकिरण हमारे शरीर मे प्रवेश कर जाये – Gamma radiation amazing facts in hindi
मैडम क्यूरी की असामयिक मृत्यु की विकिरण के कारण हुई थी इसी प्रकार हिरोशिमा नागासाकी के परमाणु बमों में निकले विकिरण ने कई मनुष्य मार डाले थे। परंतु इसके बाद हमारे ज्ञान में खूब वृद्धि हुई और विकरण का उपयोग केवल लाभकारी कामों में किया जाने लगा।
अलबत्ता, फुकुरिस्मा जैसी अप्रत्याशित घटना यदि हो जाए तो 500 मिलीसीवर्ट डोज पर उल्टी आना शुरू हो जाती है मृत्यु संभावना की जोखिम सीमा 2000 मिलीसीवर्ट है। इससे ज्यादा डोज हो जाने पर दो-तीन महीने में कैंसर आदि से मृत्यु हो सकती है।
रक्तदान क्या करना चाहिए-Blood donner’s amazing facts in hindi
हमारे शरीर में करीब 6 लीटर खून रहता है उसमें भी तीन चार महीने में एक बार 250 मिलीलीटर खून देने से हमें क्या नुकसान होगा। वैसे तो पुराना रक्त नष्ट होकर हमारे शरीर में नया रक्त बनते रहता है।
दोस्तों अगर आपको रक्तदान करना ही है तो किसी साफ-सुथरे ब्लड बैंक में ही करना खाली पेट (amazing facts in hindi)रक्तदान नहीं करना चाहिए। type-1 डायबिटीज वाले तथा अनुवांशिक रोगी, गर्भवती महिला तथा ज्यादा दवाई खाने वाले लोग भी रक्तदान ना करें।
सबसे हल्की धातु-Elements facts in hindi
दुनिया की सबसे हल्की धातु लिथियम है इसका घनत्व पानी से कम होने के कारण यह पानी पर तैरती भी है।
परमाणु भट्टी से बिजली का उत्पादन-Nuclear power plant facts in hindi
परमाणु भट्टी हमारे सदी की सबसे महान खोजों में शामिल है क्योंकि इससे हमारे बिजली के अथाह आपूर्ति पूरी होती है 400 मेगावाट बिजली बनाने वाले परमाणु बिजली घरों में करीब 20 किलोग्राम(amazing facts in hindi) यूरेनियम ही रोज लगता है। जबकि इतनी ही बिजली बनाने के लिए कोयला बिजली घर को रोज 3 मालगाड़ी कोयला चाहिए।
बिल्लियों का ब्लड ग्रुप-Cat blood groups amazing facts in hindi
आपको पता ही होगा हम मनुष्यों में चार ब्लड ग्रुप होते हैं जबकि बिल्लियों में ऐसा नहीं होता है गलियों में तीन प्रकार के विशेष ब्लड ग्रुप होते हैं। घायल बिल्ली को उसी ब्लड ग्रुप का रक्त चढ़ाया जाता है।
स्वतः मानव दहन एक ऐसी बीमारी है जिसमें मनुष्य के शरीर में अपने आप आग पकड़ लेती है। अगस्त 2013 में राहुल नाम के शिशु को चेन्नई के एक अस्पताल में लाया गया था जिसे SHC ( Spartanesis human combustion ) की समस्या थी जिस पर डॉक्टरों ने अपनी राय का बताइ कि ऐसे मरीजों के त्वचा छिद्रों से कोई जलन सील गैस निकलती है।
जो कि स्वतः आग पकड़ लेती है कुछ अन्य डॉक्टरों का मानना है कि ऐसे मरीजों के शरीर में एसीटोन अथवा अल्कोहल जैसे ज्वलनशील रसायन बनते हैं जबकि कुछ अन्य डॉक्टर मिथेन गैस (amazing facts in hindi)का उत्सर्जन बताते हैं लेकिन इसके बारे में अभी किसी को सही जानकारी प्राप्त नहीं है।
दुनिया का पहला परखनली शिशु- Test tube baby amazing fact in Hindi
दुनिया का पहला परखनली शिशु यानी कि टेस्ट ट्यूब बेबी लुइस जॉय ब्राउन है सन 1978 में इंग्लैंड के एक बोर्न हॉल क्लीनिक में इस शिशु का जन्म हुआ।
दुनिया में पहली बार एक ऐसा वैज्ञानिक करिश्मा हुआ कि संसार की अनेक निसंतान:बाँझ महिलाओं के लिए संतान प्राप्ति का द्वार खुल गया। आज इस बात के 40 से ज्यादा साल हो चुके हैं परंतु इस बीच लाखो टेस्ट ट्यूब बेबी ने जन्म लिया है।
प्रेशर कुकर से जुड़ी तथ्य – Pressure cooker
शायद ही आपको पता होगा कि प्रेशर कुकर की पहली सीटी बजते ही आंच धीमी कर देनी चाहिए क्योंकि तब तक भाग का दाब तथा ताप सही स्तर पर पहुंच जाता है इसके बाद दी गई उष्मा एक्स्ट्रा ईंधन के रूप में खर्च होती है।
40 तरह के फल देने वाला वृक्ष- Most weard plant
आपने परियों की कथाओं में जरूर सुना होगा जादुई पेड़ों के बारे में लेकिन लगता है ऐसी कथाएं आज वैज्ञानिक रूप लेने लगी हैं। जी हां क्योंकि अमेरिका के एक कलाकार सेम वैन एकेन ने एक अद्भुत प्रोजेक्ट के तहत 40 प्रकार का फल देने वाला एक अनोखा वृक्ष तैयार किया है। इन फलों में ज्यादातर ऐसे फल हैं जिन की गुठलीया होती है।
इस वृक्ष को बनाने के लिए उनकी टीम ने जब पेड़ छोटा होता है उस समय उसकी एक शाखा तोड़कर किसी दूसरे वृक्ष की कलम को जोड़ दिया जाता है। कुछ ही समय बाद वह कलम पूरी तरह जुड़ जाती है। इसी प्रकार बहुत सारे फल वाले वृक्षों को एक ही पेड मे जोड़ दिया। जिससे 40 प्रकार के फल देने वाले वृक्ष का निर्माण हुआ।(amazing facts in hindi)याद रहे दोस्तों यह सफलता सिर्फ गुठली फलों में ही मिली है।
कुत्ते या बिल्लीया घास क्यों खाते हैं।- Why dogs and cats eating grasses
आपने कभी ना कभी उन्हें घास खाते जरूर देखा होगा मगर ऐसा क्यों?
क्योंकि वह घास को दवा के तौर पर खाते हैं भोजन के तौर पर नहीं दरअसल यह जानवर जब कोई एकदम विश वाला भोजन खा लेते हैं। तो बेचैनी से बचने के लिए घास खाते हैं। घास इनकी आंतों (amazing facts in hindi) की लाइनिंग में खुजलाहट पैदा करती है जिससे इनकी उल्टी हो जाती है और गलत भोजन से मुक्ति।
ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस इलेक्ट्रोड विज्ञान की नई तकनीक- Brain computer interface facts in hindi
दिमाग की तरंगों को बेहतर तरीके से मापने योग्य एक नवीन उपकरण विकसित किया गया है electroencephalogram अक्सर न्यूरोलॉजिकल स्थितियों मे मस्तिष्क तरंगों को मापने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रोड को बालों के (amazing facts in hindi)माध्यम से मस्तिष्क तरंगों को रिकॉर्ड किया जाता है।
जिससे शारीरिक या मानसिक रूप से बीमार लोगों को आसपास के वातावरण से जुड़ने में मदद करता है। इस तकनीक के माध्यम से केवल हम सोच कर ही कार्य परफॉर्म करवा पाएंगे कंप्यूटर से।
यह article “दुनियाभर के दिमाग हिला देने वाले तथ्य जो सायद ही अपने कभी सुना होगा- amazing facts in hindi” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा