Hello दोस्तों नमस्कार हम सभी good habit से वाकिफ है। अगर आदतों के बारे मे आपको ज्यादा कुछ नहीं पता है तब यह आर्टिकल आपके लिए ही है। आज इस आर्टिकल मे हम कुछ विशेष अच्छी आदतों को जानेगे। और यह भी देखेंगे की उनको अपनाने से हमारे जीवन में क्या क्या परिवर्तन आते हैं।
हमें अच्छी आदते क्यों डालनी चाहिए
आदत के संबंध में अनेक विद्वानों ने कहा है कि जो मनुष्य जीवन में good habits डालता है। सदैव सुख और शांति प्राप्त करता है। आदत की परिभाषा भले ही भिन्न-भिन्न ढंग से विचारकों ने दी हो,लेकिन सबका सारांश एक ही है, सबमें यह भाव छुपा है कि मनुष्य का स्वभाव ही उसकी आदतें हैं।
एक विद्वान ने कहा है-“दी कैरेक्टर इज द बंडल आफ गुड हैबिट्स।”अर्थात श्रेष्ठ स्वाभाव, श्रेष्ठ आदतों का पुंज है। इस कथन में सच्चाई है। चरित्र कभी भी श्रेष्ठ नहीं बन सकता, यदि आदतें अच्छी न हों।जिस व्यक्ति की आदतें अच्छी हैं, वह जीवन में शायद ही असफल होता है। यदि कभी असफल होता भी तो कोई अन्य दोष के कारण। इसलिए सफलता के लिए यह आवश्यक है कि आपकी आदतें अच्छी हों।
यदि आप सच्चे मन से अच्छी आदत डालते हैं तो वह आपकी दूसरी प्रकृति बन जाती है। वह प्रतिदिन आपका मार्ग-दर्शन करती है। अच्छी आदतों (good habit)का बीज बचपन में बोया जाता है। नन्हे बच्चे को ही अच्छी-अच्छी आदतें सिखा देनी चाहिए। यदि आप चाहते हैं कि आपकी संतान योग्य बने तो उसके जन्म लेते ही उसकी शिक्षा प्रारंभ कर दें। उसमें तभी से अच्छी आदतें डालनी शुरू कर दें।
कभी निष्क्रिय न रहने की आदत
ऐसी आदत रखिए कि आप कुछ-न-कुछ करते रहें। आपके जीवन में गतिशीलता होनी चाहिए। कोई भी काम भली-भांति तभी हो सकता है। जब आप सदैव गतिशील रहें। निष्क्रिय बैठे रहेंगे तो कोई काम नहीं हो सकता। कुछ लोग भाग्य पर विश्वास किए रहते हैं और बहुत कम काम करते हैं। वे ‘अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम’ को तो याद रखते हैं लेकिन (‘संघर्ष ही जीवन है,’ या ‘वर्क इज वर्शिप’ अर्थात श्रम या कर्म ही पूजा है, याद नहीं रखते) वास्तव में कर्म ही सच्ची पूजा है।
परिश्रम से ही कार्य परिणाम देते हैं। बिना परिश्रम के कोई भी मार्ग नहीं निकलता। सफलता की कुंजी परिश्रम है। अतः निष्क्रिय कभी मत बैठिए, कार्य करने की, परिश्रम करने की आप अपनी आदत बनाइए।
मौन रहना रहने कि आदत
मौन स्वयं में एक सशक्त कथन होता है। जो लोग मौन अधिक रहते हैं,कम बोलते हैं, उनके कथन प्रभावशाली होते हैं। उनके कथन का महत्व होता है। वे जब बोलते हैं, तो विचार करने के पश्चात बोलते हैं। इसलिए उसमें सत्यता होती है, गंभीरता होती है, एक ठोस बात होती है। जो अधिक बोलने वाले, बक-बक करते रहने वालों की बातों में नहीं मिलती।
जो मौन का अभ्यास करते हैं, कम बोलने की आदत डाल लेते हैं,चिंतन-मनन के पश्चात बात कहने की आदत डाल लेते हैं, वे जीवन में सफल होते हैं। उन्हें हर उचित समय पर बात कहने की आदत पड़ जाती है। कम बोलेंगे तो कम गलत बातें कही जाएंगी। अत: कम बोलना भी सफलता का रहस्य है।
सवेरे उठना
सवेरे उठने वालों में ही अधिकांश लोग सफल होते हैं। जितने भी महापुरुष हैं वे सभी सवेरे उठते थे। एक भी मनुष्य संसार में ऐसा नहीं है जो आलसी और कामचोर होते हुए सफल आदमी बना हो। किसी भी महापुरुष की जीवनी और दिनचर्या के संबंध में जानने पर आप देखेंगे कि उन्हें बहुत सवेरे उठने की आदत थी देर से उठने वाले लोग आलसी होते हैं। आलसी लोग अकर्मण्य और अस्वस्थ भी हो सकते हैं।
अस्वस्थ लोग कभी शारीरिक, मानसिक या आत्मिक रूप से शक्तिशाली नहीं हो सकते। जब शक्तियां क्षीण होती हैं तो.सफलता कोसों दूर रहती अतः सवेरे उठने की आदत तो उसे डाल ही लेनी चाहिए जिसे जीवन में कुछ बनना है, सफलता प्राप्त करनी है, आगे बढ़ना है, ऊंचाइयों को
स्पर्श करना है। ‘ब्रह्ममुहूर्त’ में कितना लाभप्रद हैं, इस बात को कौन नहीं जानता। समय की बचत के साथ-साथ यह बात तो स्वयं सिद्ध है कि सवेरे उठना स्वास्थ्य के लिए कितना लाभदायक है! शीतल, मंद वायु स्वास्थ्य और सौंदर्य में निखार लाती है।
ताजा वायु जब आपके फेफड़ों में जाएगी, मस्तिष्क में ताजगी भर देगी। खुली, ताजी वायु में आप सवेरे-सवेरे व्यायाम और ईश्वर का ध्यान करेंगे तो आप अपने अंदर आश्चर्यजनक परिवर्तन पाएंगे। आप यह प्रत्यक्ष देखेंगे कि आप सफलताओं की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। अतः सवेरे उठने की आदत डालिए।
वक्त की पाबंदी
आप अपने समय को कभी निरर्थक न गंवाएं, न कभी शिथिलता बरतें। जो काम जिस समय करना है, उसे उसी समय करें। आपके जीवन में बहुत से अवसर आते हैं जिन्हें आप चूक जाते हैं, क्योंकि आप समय के पाबंद नहीं हैं। अवसर चूक जाने पर आप जीवन भर पश्चात्ताप करते हैं, वे अवसर दोबारा नहीं आते।
किसी विद्वान ने कहा है कि आपकी दिनचर्या घड़ी की सुई के साथ चलनी चाहिए। अपने चौबीस घंटों को विभाजित करके रखो, क्योंकि एक मिनट भी निरर्थक चला गया, तो दोबारा नहीं आएगा।
तीन चीजें जाने के बाद वापस नहीं लौटती-
- कमान से छूटा तीर।
- बीता हुआ समय।
- मुंह से निकली हुई बात।
बीता हुआ समय वापस नहीं आएगा, यह कभी मत भूलिए। अवसर या समय सबसे बड़ी चिकनी चीज है, सामने आते ही पकड़ लीजिए। गुजर गया तो पीछे से न पकड़ सकेंगे, हाथों से फिसल जाएगा, अपना एक क्षण भी निरर्थक न गंवाइए। आपका एक-एक क्षण बड़ा बहुमूल्य है। इस बहुमूल्य रत्न को लुटा बैठे तो कंगाली हाथ लगेगी। धनाढ्य बनने या महान बनने के लिए यह सबसे प्रमुख आदत है कि आप समय के पाबंद रहें।
उचित-अनुचित को परखने की आदत जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो आपको उचित-अनुचित का ज्ञान होना चाहिए। क्या उचित है और क्या अनुचित, इस बात का निर्णय करने की शक्ति होनी चाहिए। यह परख और समझ आपके अंदर विकसित होनी चाहिए कि किसी काम को करने की उचित विधि क्या है, यह ज्ञान होना भी परम आवश्यक है।
उचित, अनुचित को परखने या जांचने का अभ्यास कीजिए। वैसी ही आदत पड़ जाएगी, फिर आपको उचित और अनुचित का निर्णय लेने में तनिक भी देर नहीं लगेगी। निर्णय-शक्ति का विकास हो जाएगा, आप तत्काल उचित निर्णय ले सकेंगे। यह आदत आपको शिखर तक पहुंचाएगी, आप इस आदत को डाल लेंगे तो आपके कार्य सफलतापूर्वक होंगे। कुशलता एवं व्यावहारिकता कुछ लोग बड़े विद्वान होते हैं। उनसे बातें करने पर आप पाएंगे कि उन्हें बड़े-बड़े धार्मिक ग्रंथों के पाठ कंठस्थ है।
गीता, कुरान, बाइबिल या शास्त्रों का वे अध्ययन कर चुके हैं। जिस धर्म के वे मानने वाले हैं, उस धर्म की सभी बातों का वे अध्ययन कर चुके हैं और मौखिक याद हैं। परंतु व्यवहार कुशलता के अभाव में वे समाज में कई बार निंदनीय हो जाते हैं, उनसे गलतियां हो जाती हैं। उनका उद्देश्य उन्हें नहीं प्राप्त होता।
वे इतना ज्ञान रखते हुए भी नहीं जानते के कौन सी बात, कब कहनी चाहिए और कब नहीं कहनी चाहिए। वे नहीं जानते कि किस व्यक्ति से किस ढंग से बात या व्यवहार करना चाहिए। यह आश्वयक नहीं है कि एक प्रतिभाशाली चित्रकार अपनी कला के आधार पर विश्व-भर में विख्यात हो जाए। अच्छे-अच्छे प्रतिभाशाली कवि गांवों की धूल में पड़े रहते हैं और एक दिन मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं।
जो महान गायक बन सकते थे, ऐसे न जाने कितने सुरीले गले वाले लोग अनजाने रह जाते हैं। अभिनय में जो चमक सकते हैं, ऐसे सैकड़ों हजारों नहीं, लाखों कलाकार विश्व में अज्ञात पड़े हैं।
यह article “महान लोगो कि आदतें जो आपको कामयाब बना दे( What is good habit)“पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।