- स्थान—मैसाचुसेट्स
- जन्म जन्म-1753 ई.
- निधन-1814 ई.
इस महान वैज्ञानिक ने ताप के संचार की विधि खोजी, जिससे आज हम अपने भवनों को गरम रख पाने में सक्षम हुए। ताप विज्ञान की आधारशिला रखने वाले उस वैज्ञानिक की बदौलत ही रेलगाड़ियों, मोटरगाड़ियों और फैक्ट्रीयों को कार्यशील बनाए रखने वाले ताप से भी विशेष इंजनों का निर्माण हुआ .
काउंट रूमफोर्ड का जन्म – Biography of Count Rumford in hindi
काउंट रूमफोर्ड(Count Rumford,)का जन्म मैसाचुसेट्स की ब्रिटिश कालोनी के वोबर्न कस्बे में 1753 में हुआ था। उनका असली नाम था—बेंजामिन टाम्पसन। उनके पिता पेशे से एक किसान थे और दुर्भाग्यवश बेंजामिन को कुछ ही महीने का अनाथ छोड़कर चल बसे। बालक की शुरू की शिक्षा-दीक्षा एक प्राइवेट ट्यूटर के हाथों हुई,
जो स्थानीय हार्वर्ड विश्वविद्यालय का ही एक ग्रेजुएट था। अंत में स्थानीय स्कूलों में जाकर उनका विद्यार्थी-जीवन(Count Rumford in hindi)समाप्त हुआ। बालक में विद्यार्थीकाल से ही होनहार होने
के लक्षण थे।
काउंट रूमफोर्ड का निजी जीवन -Private life of count Rumford
अनेक संघर्षों के बाद 19 साल की उम्र में बेंजामिन(Benjamin Thompson)ने 30 साल की विधवा रोल्फ से शादी कर ली।
इस विधवा का स्थानीय समाज में अच्छा-खासा प्रभाव भी था। मिसेज टाम्पसन ने उपनिवेश की सोसायटी से जा-जाकर उसका परिचय कराया, और न्यू हैम्पशायर में ब्रिटिश सरकार द्वारा नियुक्त गवर्नर ने बेंजामिन को स्थानीय मिलीशिया में एक मेजर बना दिया।
उनकी प्रगति के कारण कुछ लोग उनसे जलने लगे और कई बार झूठी शिकायतों की वजह से उन्हें जेल जाना पड़ा। आखिर में तंग आकर बेंजामिन बीवी और नन्हीं बच्ची को पीछे छोड़कर अक्तूबर में वह एक जहाज में इंग्लैंड के लिए रवाना हो गए।
पति-पत्नी में, फिर कभी मुलाकात नहीं हुई।
इंग्लैंड में पहुंचकर टाम्पसन अमरीकी मामलों में एक विशेषज्ञ माने जाने लगे, और ब्रिटिश कालोनियल ऑफिस में उन्हें नौकरी भी मिल गई।
साथ ही साथ वह बारूद पर कुछ परीक्षण भी कर रहे थे, और लड़ाई के हथियारों में कुछ बेहतरी और विस्फोट की सशक्तता लाने में कुछ सफल हुए, जिसका परिणाम यह हुआ कि रॉयल सोसायटी ने उन्हें अपना एक सदस्य मनोनीत कर लिया और 1784 में बादशाह ने उन्हें नाइट का खिताब दे दिया।
ब्रिटिश सरकार के लिए की गई उनकी लम्बी सेवाओं से प्रभावित होकर बावेरिया के शासक ने सर बेंजामिन टाम्पसन(Rumford biography in hindi)को अपना पथ-प्रदर्शक होने के लिए आमंत्रित किया। और बावेरिया में आकर उनकी प्रतिभा और आकर्षक व्यक्तित्त्व का इतना प्रभुत्व जमा कि उन्हें महामंत्री, पुलिस मंत्री तथा ग्रैंड चैम्बरलेन के तीन ओहदे एक साथ सौंप दिए गए।
इससे अब स्वयं बादशाह के बाद सबसे अधिक प्रभाव
बावेरिया के सारे राज्य में यदि किसी का था तो वह अमरीका के इस किसान-छोकरे का ही था। 11 वर्ष लगातार बेंजामिन ने बावेरिया में ही गुजारे और सभी तरह के सामयिक सुधारों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई, गृहनिर्माण, भूमि में सुधार (उसको उपयोगी बनाना), वस्तुतः गरीबों को सहायता देना, आदि सभी क्षेत्रों में उन्होंने लगकर काम किया।
सिपाहियों के भत्तों में भी बेहतरी आ गई (जिसके लिए उसे भोज्य एवं पोष्य तत्त्वों में कुछ अनुसंधान भी करने पड़े।) बावेरिया की जो सेवाएं उन्होंने कीं, उनकी बदौलत अब उन्हें होली रोमन एम्पायर का एक काउंट बना दिया गया, और काउंट(about Count Rumford) के तौर पर उन्होंने अपना नाम चुना रूमफोर्ड (रूमफोर्ड, जो न्यू हैम्पशायर के कॉन्कॉर्ड कस्बे का पुराना नाम था)।
यहां आकर उन्हें अपनी पुत्री ‘सारा’ भी मिल गई बेचारी की मां का देहान्त हो चुका था। परंतु उनकी बेटी को उनका रहन-सहन बर्दाश्त नहीं हुआ और वह उन्हें छोड़कर अमरीका लौट गई।
काउंट रूमफोर्ड के अविष्कार -Count Rumford invention
बेंजामिन टाम्पसन(Count Rumford,)जो कि काउंट रूमफोर्ड के रूप में अधिक प्रसिद्ध थे इंग्लैंड लौट आए और वैज्ञानिक अनुसंधानों में खुद को खपाने लगे। 1798 की जनवरी में रूमफोर्ड ने रॉयल सोसायटी(Royal society) के आगे एक निबंध पढ़ा जिसका विषय था—’रगड़ से पैदा होने वाली गर्मी के विषय पर अनुसंधान।’ इस वैज्ञानिक निबंध के आधार थे उनके प्रत्यक्ष अंवेषण जो म्यूनिख में, गोला-बारूद बनाते हुए, उन्होंने खुद किए थे।
वहां उन्होंने देखा था, और कितने ही और जनों ने उनसे भी पहले देखा होगा, कि पीतल की तोपें और बंदूकें मशीन से बाहर निकलते ही बड़ी गर्मी पकड़ लेती हैं।
जिसके अनुसार ताप एक द्रव्य वस्तु है जो चीजों के ठंडे पड़ने पर उनके जिस्म से बाहर निकल जाती है। परंतु काउंट रूमफोर्ड(Count Rumford biography)ने अपने परीक्षणों से सिद्ध कर दिया कि कैलॉरिक जैसे किसी द्रव्य का कोई आस्तित्व था ही नहीं।
इसने विज्ञान जगत को हिलाकर रख दिया और विज्ञान के नए आयाम सामने आए। काउंट रूमफोर्ड ने ताप के संक्रमण के सम्बंध में भी कुछ परीक्षण किए और उनके निष्कर्षों को प्रकाशित किया कि यह संक्रमण किस प्रकार सक्रिय होता है।
उन्होंने कितने ही परीक्षण इस विषय में किए होंगे और कितनी ही बार उनके निष्कर्षों की परस्पर तुलना भी की होगी, किंतु द्रव और गैस वस्तुओं में ताप-संचार
किस प्रकार होता है, इसका परिज्ञान उन्हें अकस्मात ही हुआ। वस्तु का तप्त अंश उठकर ऊपर की ओर चल देता है और ठंडा होते-होते वह फिर बर्तन के तल की ओर चलने लगता रूमफोर्ड(Count Rumford biography in hindi) की विज्ञान में सफलताओं की बदौलत उसे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति भी मिली, और नई-नई अमरीकी सरकार ने उन्हें अमरीकी तोपखाने का इंस्पेक्टर जनरल नियुक्त कर दिया।
एक जमाना वह था जब अमरीका के क्रांतिकारियों ने उन पर यही इलजाम लगाया था कि वह ब्रिटेन की तरफदारी करता हैं—जिसे देखते हुए उनके वर्तमान सम्मान का महत्त्व और भी बढ़-जाता है। परंतु, रूमफोर्ड ने ग्रेट ब्रिटेन में ही रहना पसंद किया। अब उनके पास मान के साथ धन भी था।
लंदन में रॉयल इंस्टीट्यूट की प्रसिद्ध संस्था की उन्होंने स्थापना की, जो वस्तुतः एक परीक्षणशाला थी और जिसका उद्देश्य विज्ञान में समीक्षात्मक अनुसंधान करना इतना नहीं था जितना यह कि वैज्ञानिक तथ्यों का जनता में प्रचार करना और उन्हें यह समझाना कि इन तथ्यों के आधार पर हमारे इस साधारण जीवन में कितनी ही सुख-सुविधाएं लाई जा सकती हैं। उन दिनों के दो है
विख्यात वैज्ञानिक हम्फ्री डेवी और उसका सहायक तथा उत्तराधिकारी माइकल फैराडे इसी इन्स्टीट्यूशन में काम किया करते थे।
काउंट रूमफोर्ड की मृत्यु -Count Rumford death
रूमफोर्ड(Count Rumford)के अंतिम जीवन के दिन कुछ सुखी नहीं कहे जा सकते और इन दिनों उन्होंने कोई नई खोज शायद नहीं की। फ्रांस के प्रख्यात रसायनविद् एन्तॉयन लैवॉयजिए की विधवा मारिया के साथ उन्होंने शादी कर ली।
किंतु इस किसी भी मामले पर शायद ही दोनों की कभी सहमति हुई हो और चार बरस की लगातार किचकिच के बाद, दोनों अलग हो गए। बेंजामिन टाम्पसन काउंट रूमफोर्ड की मृत्यु 1814 ई. में हुई।
ये article ” काउंट रूमफोर्ड की प्रेरणादायक जीवनी -Count Rumford biography in hindi ” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया. उम्मीद करता हुँ. कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा