About oxygen in Hindi-Hello दोस्तों नमस्कार आज इस आर्टिकल में हम प्राणवायु ऑक्सीजन गैस के बारे में बताने वाले, इस आर्टिकल में हम जानेंगे, ऑक्सीजन क्या है, ऑक्सीजन की खोज कैसे हुई, साथ ही Oxygen cycle पर भी नजर डालेंगे।
ऑक्सीजन क्या है(what is oxygen in Hindi)
ऑक्सीजन एक रंगीनहिन, स्वादहीन तथा गंधहीन गैस है जिसकी खोज Joseph Priestley और शीले विज्ञानियों ने मिलकर किया था। सन 1772 में शीले ने पोटेशियम नाइट्रेट को गर्म करके ऑक्सीजन का निर्माण सर्वप्रथम प्रयोगशाला में किया। लेकिन उनका यह कार्य दुनिया के सामने 1777 ई मे आया।
Joseph Priestley का नाम इनके साथ इसलिए जोड़ा जाता है। क्योंकि ऑक्सीजन की खोज 1774 मे Joseph Priestley ने भी कर लिया था। लेकिन अलग तरीका से, उन्होंने मरक्यूरिक ऑक्साइड को गर्म करके ऑक्सीजन का निर्माण किया था। शायद यही कारण है कि दोनों को ऑक्सीजन के खोज का श्रेय दिया जाता है।
इस गैस का काफी अध्ययन करने के बाद antoine lavoisier ने इसका नाम ऑक्सीजन रखा। जिसका मतलब होता है “अम्ल का उत्पादन”पार करने वाला।
ऑक्सीजन की उपस्थिति और निर्माण(Formation of oxygen )
About oxygen in Hindi-वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा लगभग 21% है, जो हमेशा संतुलित रहती है। वायुमंडल के.ऑक्सीजन का उपयोग निम्नांकित तीन प्रक्रियाओं द्वारा होता है।
(i) श्वसन क्रिया में
(ii) दहन क्रिया में तथा
(iii) नाइट्रोजन के ऑक्साइड के निर्माण में श्वसन क्रिया में हम ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड का त्याग करते हैं, जिसे पेड़-पौधे ग्रहण करते हैं। सूर्य की रोशनी में पेड़-पौधे क्लोरोफिल की उपस्थिति में अपना भोजन (ग्लूकोस) बनाते हैं और ऑक्सीजन वायुमंडल में लौटजाता है।
सूर्य-प्रकाश
6CO2 + 6H2O —-> CH206 + 602
क्लोरोफिल
वायुमंडल के ऑक्सीजन का उपयोग दहन प्रक्रिया के लिए भी किया जाता है, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड बनता है। कार्बन डाइऑक्साइड को पेड़-पौधे ग्रहण करते हैं। ऑक्सीजन का उपयोग वायुमंडल में स्थित नाइट्रोजन से नाइट्रोजन के ऑक्साइड बनाने में भी होता है।
प्रयोगशाला में ऑक्सीजन का निर्माण-
कई प्रकार के ऑक्साइड तथा डाइऑक्साइड को भी गर्म करके हम ऑक्सीजन को प्राप्त कर सकते हैं। कुछ तत्वों के पैराऑक्साइड जब पानी से अभिक्रिया करते हैं तभी ऑक्सीजन का निर्माण होता है।।
अगर आपको घर पर ऑक्सीजन गैस का निर्माण करना हो। तो विद्युत अपघटन की सहायता से आसानी से ऑक्सीजन बना सकते हैं। यह प्रक्रिया काफी आसान होती है जिसमें आपको पानी में थोड़ा नमक मिलाकर, उसमें direct current प्रवाहित करना होता है। जिसके कारण एनोड पर ऑक्सीजन तथा कैथोड पर हाइड्रोजन गैस मुक्त होता है।
ऑक्सीजन गैस का गुणधर्म(Properties of oxygen gas)
ऑक्सीजन गैस पानी में थोड़ा घुलनशील होता है। जिसके कारण जलीय जीव जिंदा रह पाते है। द्रव अवस्था में इसका रंग हल्के नीले रंग का होता है। साथ ही इसका क्वथनांक – 183 डिग्री सेल्सियस तथा ठोस अवस्था में इसका द्रवणांक -218.4 डिग्री सेल्सियस होता है
वायुमंडलीय ऑक्सीजन का जीवों द्वारा उपयोग(Utilization of atmospheric oxygen by living organisms)
• सभी प्रकार के जीव (पौधे, जंतु एवं सूक्ष्मजीवी) श्वसन के दौरान वायुमंडल से ऑक्सीजन को गैस के रूप में अथवा जल में घुलनशील ऑक्सीजन को ग्रहण कर भोज्य पदार्थों के ऑक्सीकरण के लिए उपयोग में लाते हैं।
भोज्य पदार्थों (कार्बोहाइड्रेट) के ऑक्सीकरण के कारण जीव उपयोग हेतु ऊर्जा मुक्त होती है तथा इस रासायनिक क्रिया के दौरान CO2, तथा जलवाष्प उपोत्पाद (by-product) के रूप में पैदा होते हैं।
• जीवों के मृत शरीर एवं विकार पदार्थों के विघटन (decomposition) के लिए बैक्टीरिया और फजाई वातावरण से ऑक्सीजन प्राप्त करते हैं तथा इस क्रिया के फलस्वरूप CO2,जलवाष्प वातावरण में मुक्त होते हैं।
• कोयला, लकड़ी, पेट्रोल, प्राकृतिक गैस या अन्य पदार्थों के जलने की क्रिया में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और इस दौरान कार्बन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, सल्फर आदि के.ऑक्साइड्स बनते हैं।
ऑक्सीजन के वातावरण में मुक्त होने की विधि(Process of release of oxygen into environment)
• जीवधारियों के श्वसन तथा अन्य क्रियाओं द्वारा वातावरण में मुक्त की गई Co2, को पेड़-पौधे प्रकाश संश्लेषण द्वारा उपयोग करते हैं और बदले में O2, को वातावरण में मुक्त करते हैं।
•विभिन्न प्रकार के ऑक्साइड्स जो सूक्ष्मजीवियों अथवा रासायनिक प्रतिक्रियाओं के द्वारा उत्पन्न होते हैं, वे पुनः टूटकर फिर से वायुमंडल में O2, को मुक्त कर देते हैं। अतः वातावरण एवं जीवधारियों के बीच ऑक्सीजन के आदान-प्रदान का एक अनवरत चक्र चलता रहता है। ऑक्सीजन की मात्रा वायुमंडल में श्वसन और प्रकाश संश्लेषण की क्रियाओं द्वारा संतुलित रहती है।
यह article “ऑक्सीजन क्या है ऑक्सीजन गैस के बारे में संपूर्ण जानकारी(About oxygen in Hindi)“पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।