दोस्तों प्रकाश का अपवर्तन हमने अपनी पिछले लेखों में आपको समझाया था। चुकी ध्वनि भी तरंगों से मिलकर बनी होती है इसलिए इनका भी अपवर्तन होता है। आज के इस आर्टिकल में हम ध्वनि तरंगों का अपवर्तन समझेंगे।
Sound wave जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है तो उनका refraction हो जाता है मतलब वह अपने रास्ते से विचलित हो जाती है।
Sound wave का refraction वायु की भिन्न-भिन्न परतो का temperature भिन्न भिन्न होने के कारण होता है। जैसा हम जानते हैं। hot air मे ध्वनि की चाल cold air की अपेक्षा अधिक होती है। इसीलिए Sound wave जब Hot air से cold air मे संचारित होती है। तो अपने रास्ते से विचलित हो जाती है।
हमारे दैनिक जीवन में ध्वनि का अपवर्तन-About refraction of sound in Hindi
दिन के समय सूर्य की गर्मी के कारण पृथ्वी के समीप की वायु पर्तों का temperature ऊपर की पर्तों की अपेक्षा अधिक होता है।
जिसके कारण पृथ्वी के समीप की वायु की पर्तों का density कम होता है, मतलब ये पर्ते विरल (rare) माध्यम का कार्य करती हैं तथा जैसे-जैसे ऊपर जाते हैं ताप कम होने के कारण पतों का घनत्व अधिक होता जाता है, अर्थात् ये पर्ते सघन (dense) माध्यम का कार्य करती हैं।
इसके विपरीत रात्रि के समय पृथ्वी की सतह ठण्डी होती है, जिसके कारण इसके समीप की वायु पर्तों का density ऊपर वाली पर्तों की अपेक्षा अधिक होता है, जिससे पृथ्वी के समीप की पर्ते सघन माध्यम(dense medium)व ऊपर वाली पर्ते विरल माध्यम का काम करती हैं
जिसके करण स्रोत से चलने वाली sound wave धीरे-धीरे अभिलम्ब से दूर हटती जाती है तथा पूर्ण परावर्तित होकर पुनः पृथ्वी पर वापस लौट आती है। यही कारण है कि हमें रात्रि में या ठण्डी वाले दिनों में ध्वनि दूर तक अधिक स्पष्ट सुनाई देती है।
समुद्र में कहीं उत्पन्न की गई ध्वनि भी कभी-कभी बहुत दूर-दूर तक सुनाई देती है, क्योंकि पानी के ऊपर की वायु ठण्डी होकर सघन माध्यम का कार्य करती है तथा ऊपर की वायु विरल माध्यम का कार्य करती है।
जिससे स्रोत से चलने वाली sound wave पुनः पानी की ओर मुड़ जाती हैं व बहुत दूर-दूर तक सुनाई देती है।
यह article “ध्वनि का अपवर्तन किसे कहते हैं, परिभाषा, उदाहरण(Refraction of sound in Hindi)” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।