Reflection of light in Hindi-क्या आपको पता है दोस्तों प्रकाश के परावर्तन के कारण ही हम शीशे में अपने आप को देख पाते हैं। या यूं कहें कि प्रकाश के परावर्तन के कारण ही दुनिया की सभी चीजें दिखाई देती हैं।
प्रकाश किरण जब भी किसी चीज पर पड़ती है तब उससे परावर्तन होकर हमारी आंखों में प्रवेश करती हैं। और उसकी तस्वीर हमारी रेटिना पर बनाती है। जिससे हम चीजों को देख पाते हैं।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम प्रकाश के परिवर्तन और उससे जुड़े कुछ नियम के बारे में जानेगे। और अच्छे से समझेंगे कि प्रकाश का परावर्तन क्या है और यह कैसे काम करता है।
प्रकाश का परावर्तन क्या है-What is reflection of light in Hindi
प्रकाश का परावर्तन (Reflection of light)—जब प्रकाश किसी चिकने व चमकदार पृष्ठ पर पड़ता है तो इसका विभिन्न दिशाओं में, अधिकाँश भाग वापस लौट जाता है। इस प्रकार प्रकाश के चिकने पृष्ठ से टकराकर वापस लौटने की घटना को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
यदि पृष्ठ अपारदर्शक है तो इसका कुछ भाग अवशोषित हो जाता है तथा यदि पृष्ठ पारदर्शक है तो कुछ भाग पृष्ठ के पार निकल जाता है। सभी पृष्ठो से प्रकाश का परावर्तन होता है लेकिन परावर्तित प्रकाश की मात्रा भिन्न-भिन्न पृष्ठों के लिये भिन्न-भिन्न होती है।
चिकने व चमकदार पॉलिश किये हुये सतह अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश का अधिकाँश भाग परावर्तित कर देते हैं। समतल दर्पण प्रकाश का सबसे अच्छा परावर्तक माना जाता है।
परावर्तक पृष्ठ के लम्बवत सीधी रेखा को अभिलम्ब कहते हैं तथा जो किरण परावर्तक तल पर आकर गिरती है उसे आपाती किरण (Incident ray) एवं जो किरण परावर्तन के पश्चात् वापस उसी माध्यम में लौट जाती है उसे परावर्तित किरण कहते हैं।
आपाती किरण व अभिलम्ब के बीच के कोण को आपतन कोण (angle of incidence) तथा अभिलम्ब व परावर्तित किरण के बीच के कोण को परावर्तन कोण (angle of reflection) कहते हैं।
प्रकाश के परावर्तन के नियम-
प्रकाश का परावर्तन के दो नियम है
1)आपतित किरण अभिलंब व परिवर्तित किरण एक ही समतल में होते हैं।
2) आपतन कोण का मान परावर्तन कोण के बराबर होता है मतलब θ1=θ2,
यह article “प्रकाश का परावर्तन क्या(Reflection of light in Hindi) है, परिभाषा और उदाहरण को समझिये ” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।