Petroleum kaise banta hai-अभी के समय में पेट्रोल के बिना गाड़ी की कल्पना नहीं की जा सकती है। और यह पेट्रोल हमें जिन कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त होता है उन्हें हम पेट्रोलियम कहते हैं। दोस्तों इस आर्टिकल मे पेट्रोलियम से जुड़े बेसिक पहलुओं को समझेंगे।
पेट्रोलियम क्या है-What is Petroleum in hindi
पेट्रोलियम भूरे काले रंग का तैलीय द्रव है। इसमें एक विशेष प्रकार की गंध होती है। यह जल से हल्का होता है। यह जल में अविलेय होता है। यह वस्तुत: कई हाइड्रोकार्बन (ठोस, द्रव और गैसीय) एवं गंधक का मिश्रण होता है।
पेट्रोलियम निम्नांकित विधियों द्वारा प्राप्त किया जाता है-(Petroleum kaise banta hai)
बर्जियस विधि (Bergius Process)-
Petroleum kaise banta hai-कोयले के महीन चूर्ण को भारी तेल में आइरन ऑक्साइड (उत्प्रेरक) के साथ मिला दिया जाता मिश्रण को परिवर्तकों में ले जाते हैं जिसमें 450°C तथा 250 वायुमंडलीय दाब पर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाती है। इससे कोयले पर हाइड्रोजन के बीच अभिक्रिया होने पर उच्च अणुभार वाले हाइड्रोकार्बन बनते हैं। इन हाइड्रोकार्बन का भंजन होने से पेट्रोल प्राप्त होता है।
फिसर-ट्रौप्स विधि (Fischer-Tropsch Process)-
इस विधि से तप्त कोयले के ऊपर भाप प्रवाहित किया जाता है। अभिक्रिया के फलस्वरूप कार्बन मोनोक्साइड और हाइड्रोजन गैसों का मिश्रण (जल गैस) प्राप्त होता है।
जल गैस में हाइड्रोजन मिलाकर कोबाल्ट उत्प्रेरक की उपस्थिति में 5-10 वायु दाब पर 200°C ताप तक गर्म करते हैं। कार्बन मोनोक्साइड अवकृत होकर ऐल्केन बनाता है।
nco + (2n + 1)H2 CnH2n+2 + nH2O
इस तरह प्राप्त हाइड्रोकार्बनों के मिश्रण को प्रभाजी आसवन या स्रवण करके पेट्रोल प्राप्त कर लिया जाता है।
ईंधन तेल (Fuel oil)-
यह मुख्यत: उद्योगों में बॉयलरों और भट्ठियों को गर्म करने में प्रयुक्त होता है। यह कोयले से उत्तम किस्म का ईंधन होता है। इसका पूर्ण दहन होता है । अत:, जलने के पश्चात् यह राख नहीं बनाता है, जैसा कि कोयले के जलने में होता है।
पेट्रोलियम गैस (Petroleum gas)-
यह इथेन, प्रोपेन और ब्यूटेन का मिश्रण है। इसका मुख्य अवयव नॉर्मल एवं आइसो ब्यूटेन है जो तेजी से जलकर पर्याप्त ऊष्मा प्रदान करता है । दाब बढ़ाने पर नॉर्मल एवं आइसो ब्यूटेन आसानी से द्रवीभूत हो जाता है। अत: द्रव रूप में इसे सिलिंडरों में भरकर द्रवित पेट्रोलियम गैस (LPG) के नाम से जलावन के लिए उपभोक्ताओं को दिया जाता है ।
इस प्रकार द्रवित पेट्रोलियम गैस नॉर्मल एवं आइसो ब्यूटेन का द्रवीभूत किया हुआ मिश्रण है लगभग 1 ग्राम द्रवित पेट्रोलियम गैस लगभग 50 किलोजूल ऊर्जा उपलब्ध कराता है।
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