हम जानते है कि 1916 मे albert einstein कि world famous theory,
The theory of relativity publish हुई थी. जिसने ब्रह्माण्ड और space को एक अलग ही नजरिये से देखने के लिए मजबूर कर दिया. ये theory’s बड़े ही सटीक तरिके से ब्रह्माण्ड मे हरेक घटना को explain कर सकती थी.
पर सिर्फ एक चीज को नही. वो चीज समय का एक एक कला रहस्य था. हम बात कर रहे है blackhole कि जिसे einstein मानते थे कि ये ऐसे नायब objects है. जिनकी gravity इतना अधिक होता है कि ये अपने दायरे मे आने वाले सभी objects को अपनी और खींच सकती है.
Dark matter का इतिहास (history of Dark matter )
1967 मे इन नायाब objects को फ्लेक्स व्हीलर ने blackhole नाम दिया. आज blackhole हम सभी science लवर के discussion का topic है. बहुत कम लोग जानते है कि einstein कि theory पब्लिश होने के बाद एक स्विस astronomer fritz zwicky के हाथ मे जो चीज लगी थी. वो आगे चलकर ब्रमांड के सबसे बड़े रहस्य मे से एक होगा.
अपने सालो के research के बाद Dr fritz ने बस एक छोटा सा बयान दिया. जिसमे उन्होंने यह दावा किया कि ब्रमांड मे जो matter हमें दिखाई देता है
उसके अलवा भी invisible matter हमारे universe मे exist करता है जिसके बारे मे हम कुछ नही जानते. यह invisible matter कि संख्या उन matter कि संख्या से कई गुना ज्यादा है. जिन्हे हम देख सकता है. उनके इस दावे ने दुनिया के होश उड़ा दिये.
ब्रह्माण्ड मे किसी planet का चक्कर कोई satellite लगा रहा है. पर क्यों?
हम जानते है कि यह चक्कर satellite planet के gravity के कारण लगा रहा है. पर satellite उस planet का चक्कर एक एक maximum speed तक ही लगा सकता है. अगर speed ज्यादा हो गया तो वह satellite उस planet के gravity से बाहर निकल जायेगा.
ये observation बहुत ही important है क्युकी इस चीज का ध्यान रखकर हम जान सकते है. कि एक दूर कि galaxy मे जो सितारे चक्कर लगा रहे है. उनका maximum speed कितना है. और यह जानने के बाद यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उस galaxy का total mass कितना होगा. जिससे वह सभी stars को अपने gravitational field मे बढे रखा पा रहा है.
Dr.zwicky को research मे पता चला कि कि ये galaxy अपने mass से लगभग 100 गुना ज्यादा तेजी से spin कर रहे है. यह चौकाने वाली बात थी. जो इशारा कर रही थी कि कोई तो जादूई चीज है जो जो पूरे galaxy का mass बढ़ाये रखी है.
जिसकी वजह से galaxy के stars और solar system 100 गुना ज्यादा तेजी से चक्कर लगा रहे है. Zwicky ने इस जादूई और invisible चीज का नाम dark matter रखा.
क्युकी इस matter के होने के सबूत को हम केवल महसूस कर सकते है . देख नही सकते है . Dr.zwicky का यह मानना था कि ये dark matter कि संख्या ब्रह्माण्ड के शुरुआत मे बहुत अधिक रही होंगी. इसलिए उस समय के stars hydrogen atom कि जगह dark matter का इस्तेमाल करते होंगे. ऊर्जा के लिए.
ये सितारे आज के सितारे के मुक़ाबले billion गुणा ज्यादा बड़े हो सकते है. जिन्हे उन्होंने dark star नाम दिया. Dark star ही वो सितारों हो सकते है. जो आज galaxy के बिच मे supermassive blackhole बन गए है इन observation को उस समय paper’s मे दबा दिया गया.
फिर कुछ सालो बाद 1970 मे दो astronomer ने andromeda galaxy के rotation speed को मापने कि कोशिश कि और फिर यह पाया गया. कि stars अपने calculated speed के मुक़ाबले कुछ ज्यादा ही speed से rotate हो रहे है इसे देखकर यह बात तो proved हो गयी. कि galaxy मे कई गुणा ज्यादा mass है. जो हमें stars
या किसी और चमकीला चीज के रूप मे दिखाई नही दे रही है. बाद मे यह प्यार गया कि ऐसा ही और सभी galaxy के साथ भी है. और फिर यह dark matter एक असल सच्चाई बनकर दुनिया के सामने आई.
Scientists का मानना है कि dark matter पूरे ब्रह्माण्ड का 26% है जबकि हमारा atomic matter केवल 4% है. हमें यह जानना जरूरी है कि यह किसी भी matter के साथ interect नही करता है बस gravity के जरिये अपना प्रभाव दिखता है.
पहले scientists यह सोच रहे थे कि ये dark matter neutrino के बने हो सकते है पर बाद के calculation से पता चला कि neutrinos कि संख्या electron’s कि संख्या से 1million गुणा कम है. पर dark matter तो matter से 100 गुणा अधिक है ऐसे ही कई possibility के बारे मे सोच कर scientists के सारे दावे फेल होते गए. और हमें यह अंदाजा हो गया. कि यह चीज कुछ ऐसी है जिसे विज्ञान आज नही समझ सकता.
पर dark matter को ब्रह्माण्ड का एकलौता रहस्य समझना dark energy के साथ नाइंसाफी हो जयेगी. और यह बात scientists, saul perlmutter कि टीम अच्छे से जान गयी थी. जब वह 1998 मे सितारे और उनके supernova कि studies कर रहे थे.
सितारों मे अगर एक limit तक maas उनके core मे fit हो जाये. तो वह blast हो जाते है. जिससे वह कुछ वक़्त के लिए पटाखे कि तरह चमक उठते है. ऐसे ही 42 supernova की study करते वक़्त उन्होंने कमाल कि खोज कि…. कि इन सितारों कि brightness धीरे-धीरे कम होती जा रही है. और रौशनी कि किरणे red shift होती जान रही है.
जो यह संकेत दे रहा था कि हमारा ब्रह्माण्ड फ़ैल रहा है. यह खोज बहुत ही बड़ी खोज थी. जिसने perl mutter को नोबेल प्राइज दिलवाया. पर वह बड़ा प्रश्न जो विज्ञान को परेशान कर रहा था. कि ऐसा क्यों और कैसे हो रहा है. जिसे आगे चलकर scientists ने dark energy नाम दे दिया.
कुछ scientists dark energy को space का properties मानते है. और कहते है कि space है.. ही ऐसा कि अपने आप को विस्तार करता रहेगा.
तो friends ये article पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया. उम्मीद करता हुँ. कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा.