दुनिया के सभी देशों में ईंधन(Algae meaning in Hindi)का एक नया रूप विकसित करने की race लगी हुई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं ऐसे में पेट्रोलियम पर आधारित ईंधन के लिए विकल्प खोजने की आवश्यकता है। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार शैवाल मे ईंधन के रूप में 60-80% oil पाया जाता है जो जैव ईंधन के लिए उपयुक्त है। आज के इस आर्टिकल में हम इन्हीं शैवाल के बारे में जानेगे ।
शैवाल क्या है-What is Algae meaning in Hindi
लैटिन भाषा में शैवाल का अर्थ “समुंद्री शैवाल” है। शैवाल सामान्य रूप से पादप जगत का जीव है जो संश्लेषक और जलिय है। इनके प्रजनन संरचना सरल होती है। लेकिन इनमें वास्तविक जड़े, तना, पत्ती और संवहन उत्तक नहीं पाया जाता है।
यह पूरी दुनिया में पाए जाते हैं। शैवाल के एककोशकीय रूप को सूक्ष्म शैवाल जबकि बहुकोशिकीय रूप को “माइक्रो एलगी” कहा जाता है। शैवाल असीमित रूप से बढ़ता है। अनुकूल परिस्थितियों में इसे बड़े पैमाने पर विकसित किया जा सकता है।
अधिकांश सुक्ष्मशैवाल प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से विकसित होते हैं जिसमें यह सूर्य के प्रकाश और कार्बन डाइऑक्साइड का इस्तेमाल करके अपना शरीर बनाते हैं। इसे स्वपोषी विकास कहां जाता है। जबकि अन्य प्रकार के शैवाल स्टार्च का उपयोग कर अंधेरे में विकसित किए जा सकते हैं। इसे परपोषी विकास कहा जाता है।
जैव ईंधन स्रोत के रूप में-Algae As a biofuel source Hindi
वैज्ञानिक अध्ययन में पता चला है की शैवाल का आधा वजन उसमें उपस्थिति लिपिड ऑयल के कारण है। दसको से वैज्ञानिक इस तेल का अध्ययन कर रहे हैं। और इससे ईंधन के रूप में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे हैं। जो पेट्रोलियम की तुलना में सस्ता और अच्छा ऊर्जा का स्रोत है।
शैवाल की विकास(algae in Hindi)दर और पैदावार अधिक होने के कारण अन्य उर्जा फसलों की तुलना में अधिक तेल का उत्पादन किया जा सकता है। कुछ अनुमानों के अनुसार सूक्ष्म शैवाल 15000 गैलन तेल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन करने में सक्षम है। जो ईंधन और रसायन आदि में परिवर्तित किया जा सकता है।
इसका जैविक ईंधन के रूप में अनेक लाभ है-
1) तीव्र उत्पादन-
शैवाल बहुत तेजी से बढ़ता है जिस कारण इसे प्रतिदिन एकत्र किया जा सकता है। हमारी सबसे अधिक उत्पादक फसलों की तुलना में शैवाल में कई गुना जैविक ईंधन पाया जाता है।
2) उच्च जैविक ईंधन का उत्पादन-
शैवाल ऊर्जा को तेल और कार्बोहाइड्रेट के रूप में संचित रखता है। शैवाल 2000 से 5000 गैलन प्रति एकड़ प्रतिवर्ष जैव ईंधन का उत्पादन कर सकते हैं।
3) कार्बन डाइऑक्साइड उपभोगी-
किसी अन्य पौधों की तरह शैवाल भी सूर्य के प्रकाश में विकसित होता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कर बादलों में ऑक्सीजन छोड़ता है।
4) चारा और अन्य उत्पादन में-
सूक्ष्मशैवाल(microalgae meaning in Hindi) से अधिक मात्रा में प्रोटीन और तेल का उत्पादन किया जा सकता है इसका उपयोग जैव ईंधन और खाने की वस्तुएं बनाने में किया जा सकता है। इसके अलावा इसका उपयोग प्लास्टिक, उर्वरक और यहां तक कि कॉस्मेटिक्स मे भी होता है।
5) गंदे जल का शुद्धिकरण-
शैवाल पोषक तत्वों से भरपूर पानी, पशुओं का कचरा और औद्योगिक अपशिष्ट में पनपते हैं। शैवाल इस कचरे का उनमें उपस्थित पोषक तत्वों द्वारा शुद्धिकरण करते हैं।
शैवाल पर वैज्ञानिक शोध-Scientific research on algae meaning in Hindi
28 मई 2014 Tokyo Institute of Technology के शोधकर्ताओं के समूह ने एक स्थालीय शैवाल के जीनोम का विश्लेषण करके एक ऐसा जीन का पता लगाया है। जो पौधों को धरती पर मुश्किल परिस्थितियों में भी जीने में सक्षम है।
शोधकर्ताओं के अनुसार पौधों द्वारा भूमि का उपनिवेशन जीवन के विकास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। अब तक पौधों के विकास के चरणों के कुछ महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं जो कि उन्हें इस जलीय जीवन से स्थालीय जीवन जीने की अनुमति देते हैं। वैज्ञानिक शैवाल को भविष्य में ईंधन के रूप में देख रहे हैं। अगर शैवाल पर किए जाने वाले एक्सपेरिमेंट सफल रहे। तब भविष्य में पेट्रोलियम की जगह शैवाल ऊर्जा का अच्छा स्रोत बन सकता है।
ये article “भविष्य का ईंधन शैवाल-Algae meaning in Hindi” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया उम्मीद करता हुँ। कि इस article से आपको बहुत कुछ नया जानने को मिला होगा।